भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
रंग / उमा अर्पिता
Kavita Kosh से
मौसम--
रंग बदलता है,
यह सच है...!
रंग बदलकर ही तो
अपनी पहचान कराता है…
तब ही तो
मौसम (विशेष) कहलाता है…
पर तुम कहते हो कि
आदमी भी रंग बदलता है
लेकिन, मैं
तुमसे पूछती हूँ, दोस्त
जो रंग बदलता है, वह
वाकई आदमी होता है?