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रब्ब से सवाल / हरकीरत हकीर
Kavita Kosh से
बीजती हूँ सवाल
तो उग आता है
पसीना
रब्बा! तेरी दुनियाँ की
किसी कोख में
जवाब नहीं उगते क्या...?