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राजा पतले रे राजा पतले रे / हरियाणवी
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हरियाणवी लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
राजा पतले रे राजा पतले रे जिसे पतंग में डोर।
सिखर धपैरी मत आइयो रे बालमा जागे रे ननद अर सास।
राजा पतले रे राजा पतले रे जिसे पतंग में डोर।
सई सांझ मत आइयो रे बालमा जागे रे गली का पहरेदार।
आधी रात चले आइयो रे बालमा सोवै ननद अर सास।
राजा पतले रे राजा पतले रे जिसे पतंग में डोर।