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राज्यसभा / असद ज़ैदी

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कौन कम्बख़्त भूलकर अपना दुखड़ा छोड़कर अपना थान
सरकाकर अपनी उलझनें घरवालों पर
जा बैठना चाहता है राज्यसभा में? नहीं मैं
तो अभी नहीं हूँ इसके लिए तैयार, मैं नहीं हूँ
अपनी ज़िन्दगी से इतना बेज़ार
मुझे नहीं बैठना उस सूखे झाड़ पर, नहीं उतरना
उस ठण्डी देग़ में, मुझे
नहीं प्रवेश करना उस बौद्ध मठ में
मेरे सन्यासी होने का अभी वक़्त नहीं आया

फ़िलहाल मैं अपने बच्चे के अकेलेपन से परेशान हूँ
मुझे डर रहता है वह मरदूद बुरी संगत में न पड़ जाए
और आपने सोचा है मेरी बीवी क्या करेगी
उसे जोगन नहीं बनना यह सब वह न झेल पाएगी
उसके लिए तो अपने मोहल्ले से बाहर झाँकना एक
महान अध्यात्म में झाँकना है

(2009)