भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

रास्ते के सपनों में / नंदकिशोर आचार्य

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

रास्ता प्रतीक्षा में है
        उन पाँवों की
यात्रा जो उसे कर दें

पाँव ही नहीं भटकते
              रास्ता पाने
रास्ते के सपनों में भी
              आते हैं पाँव ।

16 मार्च 2010