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रेत (4) / अश्वनी शर्मा
Kavita Kosh से
रोहिडा खड़ा है
अग्नि रंग के
लाल नांरगी फूल लिये
रेत में आग कहां होती है
जैसे नहीं होता पानी
रोहिडा भी शायद
मरीचिका है।