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रेत पर निशान / चंद्र रेखा ढडवाल
Kavita Kosh से
ख़राब मौसम के विरुद्ध
मंत्र बुदबुदाती औरत
जल्दी-जल्दी
भरती है आंचल में
तट पर लहरों संग आई
शंख-सीपियाँ
मुड़-मुड़ कर देखते हुए
रेत पर बने
पाँव के निशानों पर
आती-जाती
लहरों का ताण्डव