भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

लंपट / असंगघोष

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

गलाफाड़ कर
तुम्हीं कहते रहे हो
हमारे संस्कार
हमें बनाते हैं महान
और इन संस्कारों से ही
यह महादेश विश्वगुरु बना है
लेकिन
जरा विस्तार से बताओगे
तुम्हारा कौन-सा संस्कार
तुम्हें बनाता है विश्वगुरु
लंपट कहीं के...