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लम्बी छुट्टी आयी / मुस्कान / रंजना वर्मा

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छूटा पिंड किताबों से लो
अब तो लम्बी छुट्टी आयी॥

खेल कूद का बन्धन टूटा
अब न देर को होगा सोना।
टीचर जी की डांट न होगी
अब न पड़ेगा बस्ता ढोना।

भूत परीक्षा का उतरा अब
दूर हो गयी कड़ी पढ़ाई।
अब तो लम्बी छुट्टी आयी॥

मौज मनेगी पिकनिक होगी
खेल तमाशे खूब करेंगे।
गुब्बारों की झालर होगी
हम गुड़ियों का ब्याह करेंगे।

बारातें और दावत होगी
खूब उड़ेगी दूध मलाई।
अब तो लम्बी छुट्टी आयी॥

गुल्ली डंडा और कबड्डी
पिक्चर खूब तमाशे होंगे।
खायेंगे हम चाट पकौड़े
पानी भरे बताशे होंगे।

घूमेंगे हम बाजारों में
मस्ती खूब रहेगी भाई।
अब तो लम्बी छुट्टी आयी॥