भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

वर राम अइले, वर राम अइले / भोजपुरी

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

वर राम अइले, वर राम अइले, हाथ लिहले सुई-डोरवा,
आपने माई के सिअलख, आपने बहिनि के सिअलख,
आपन सिअलख, आइल सिअना दामाद, आइल।।१।।
वर राम अइले, वर राम अइले, हाथ लेले करछुलवा
आपन माई के दगलख, आपन बहिनी के दगलख
आइल रे रे अब दागना दामाद, आइल रे।।२।।
आदल बरवा मरदा आइल रे, हाथ लिहले कजरवटा,
आपन माई के टिकलख, आपन बहिनी के टिकलख
आइल रे अब टिकना दामाद, आइल रे।।३।।