विकल्प / कार्ल सैण्डबर्ग / अनिल जनविजय
वो आप लोगों से बहुत-कुछ देने का वायदा करते हैं
और मैं बहुत कम।
आधी रात में भी चल रहे फव्वारों पर
बिखरी हुई चान्दनी
चमकते हुए पानी की एक नीरस सी लय
नंगे कन्धों वाली कुछ मुस्कुराती हुई औरतों की गपशप
एक-दूसरे से लिपटे हुए प्रेम और छल
मौत का डर और पछतावे की याद —
ये सब देने को कहते हैं वो ।
और मैं बात करता हूँ —
नमक और रोटी की
सख़्त काम के बोझ की
और अथक संघर्ष की ।
आओ और ले लो —
भूख
खतरे
और नफ़रत ।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : अनिल जनविजय
अब यही कविता मूल अँग्रेज़ी में पढ़िए
Carl Sandburg
Choices
They offer you many things,
I a few.
Moonlight on the play of fountains at night
With water sparkling a drowsy monotone,
Bare-shouldered, smiling women and talk
And a cross-play of loves and adulteries
And a fear of death and a remembering of regrets:
All this they offer you.
I come with:
salt and bread
a terrible job of work
and tireless war;
Come and have now:
hunger.
danger
and hate.