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विडम्बना (कविता लिखने की कोशिश में) / शशि सहगल

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रात के अँधेरे में
तुम्हारी हल्की-सी दस्तक से
जाग गया सारा शहर
पुलक उठी मैं तुम्हें देख
पर
तुम किसी और को ढूँढ रहे थे।