स्त्रियों के
हो सकते हैं विचार
कठिन समय में
नहीं मानते वे
सोच सकती हैं कुछ
निभा सकती हैं कोई भूमिका
लोकतन्त्र
और मनुष्यता के संकट के समय।
स्त्रियों के
हो सकते हैं विचार
कठिन समय में
नहीं मानते वे
सोच सकती हैं कुछ
निभा सकती हैं कोई भूमिका
लोकतन्त्र
और मनुष्यता के संकट के समय।