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शहर में साँप / 6 / चन्द्रप्रकाश जगप्रिय
Kavita Kosh से
साँप से
डोॅर लागै छै
ओकरो से बेसी
आदमी के आदमी से
डोॅर लागै छै।
अनुवाद:
साँप से
डर लगता है
उससे अधिक
आदमी को आदमी से
डर लगता है।