कौवा-उड़ान दूरियाँ तय करके
सम्भव नहीं
इन शिखरों तक पहुँच पाना ।
इन तक पहुँचने की
दुर्गम, कठिन, सर्पिल
चढाव-उतार भरी
राहों को जानना होगा ।
यात्राओं के लम्बे अनुभव
होने चाहिए --
सफल और असफल दोनों ही,
एकदम ज़िन्दगी की तरह
चाहे वह आदमी की हो
या फिर किसी कौम की ।