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शिष्टाचार / जोस इमिलिओ पाचेको / राजेश चन्द्र
Kavita Kosh से
कितना दयालु है
यह आदमख़ोर,
अपने खूँख़ार पँजों से
तहस-नहस कर डालता है
मेरे चेहरे को।
विदीर्ण कर
मेरे गले को
मेरी लाश से कहता है —
माफ़ करना।
अँग्रेज़ी से अनुवाद : राजेश चन्द्र