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शुभचिंतक / सरोज कुमार
Kavita Kosh से
मेरा मित्र स्वस्थ होकर
अस्पताल से घर लौट आया!
मै अफसोस मना रहा हूँ,
यह सोचते हुए
कि मैं उसकी मिजाजपुसी को
पहुँच पाता
उसके बाद वह स्वस्थ होकर
घर लौटता
तो कितना अच्छा होता!