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षट् आहुति स्वर / अंकावली / सुरेन्द्र झा ‘सुमन’
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श्रौषट् वौषट् हुंफट करइछ खटखटाह षट्कर्मी
स्वाहा स्वधा त्रिधा व्याहृतिसह त्र्यक्षर प्रणवक मर्मी
किन्तु त्रिगुणमय द्वैत गुणित जत विधि निषेध सहधर्मी
प्रकृति नियन्त्रित षड् यन्त्रहि षट् पद कैवल्यक मर्मी