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समय (3) / मधुप मोहता

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समय संदर्भ है, संकल्प है, संवेदना है।
समय एक विडंबना है।
समय निरपेक्ष है, निरापद है।
समय सरल है, विरल है, समय ही गरल है।
समय ही कृति है, विकृति है, आकृति है।
समय प्रकृति है।

समय सिद्ध, सिद्धांत और सिद्धि है।
समय न्याय, विधि और विधान है।
समय ही संसद है, समय संविधान है।
समय ही सत्ता है। सत्ता की समझ है।
समय प्रथम नागरिक है।
समय ही समाज है।

समय संज्ञा है, समय ही क्रिया है, अनुप्रास है
समय ही संधि है, विशेषण है
समय विन्यास है, सूक्ष्म है समय,
संन्यास है।

समय बरसात की पहली बूंद है,
ओस का पहला कण,
समय सूर्य का संध्या में
समर्पण है।

समय ही सूत्र है, सूत्रधार है,
समय अक्रूर है, क्रूर है, सूत्रपात है।
समय ही भाषा की परिभाषा है।
समय गद्य है, पद्य है।
समय सद्य है।
समय पहला अक्षर, पहला शब्द,
पहली पंक्ति, पहली कविता,
पहला कवि है, पहला संपादक,
समय पहला गुरू है, पहला ग्रंथ।

समय को समझो।
फिर मुझे समझाना कि
समय क्या है ?