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समाद / ककबा करैए प्रेम / निशाकर
Kavita Kosh से
फनिगा
करइए
इजोतसँ कतेक प्रेम
जे इजोतकें देखतहिं
ओ
उताहुल भऽ
जाइए
बिसरि जाइए
भूख आ पियास