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सिज खे पुठी / मुकेश तिलोकाणी

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सिज खे
पुठी ॾिए
जीअणु जे
माना खे वीचारींदे
अॻियां वधे।
मन में खौफ़
ख़ाली स्पेस में
वॾो टहिक ॾे।
बराबर,
खोटि खे ॼाणे थो।
शायदि...मज़बूरी
पर।
घड़े मा पाणी
छलिकायो छॾे।