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सीना केरऽ आग / कुंदन अमिताभ
Kavita Kosh से
आग सीना में नै सड़कऽ पेॅ आय धधकै छै
हिन्दुस्तान तोरऽ खतरा में पड़लऽ लौकै छै।
नसऽ में खौलै छै लहू मजहब-मजहब केरऽ
आत्मा तोरऽ मस्जिद मंदिर में बिलखतें लौकै छै।
के कहै छै गुज-गुज अन्हरिया छैलऽ छै यहाँ
अबेॅ तेॅ सूरज केरऽ रोशनियों करिया होलऽ लौकै छै।
सचमुच यहेॅ छेकै बुद्ध, महावीर, गाँधी केरऽ धरती
इतेॅ लादेन केरऽ आतंकी शिविर ऐन्हऽ लौकै छै।
छुच्छे बातऽ भर सें लकीर बदलै के दम नै भरऽ
सीना में लगेॅ आग तभिये देशऽ के आग बुझलऽ लौकै छै।