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सुदूर / उंगारेत्ती
Kavita Kosh से
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बहुत दूर
एक सुदूर देश में
हाथ पकड़ कर
ले आए हैं वे मुझे
किसी अन्धे की तरह ।
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बहुत दूर
एक सुदूर देश में
हाथ पकड़ कर
ले आए हैं वे मुझे
किसी अन्धे की तरह ।