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सूर्यास्त / उंगारेत्ती
Kavita Kosh से
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आकाश का लज्जारुण चेहरा
जगा देता है कई-कई नख़्लिस्तान
प्यार के
बनजारों के लिए ।
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आकाश का लज्जारुण चेहरा
जगा देता है कई-कई नख़्लिस्तान
प्यार के
बनजारों के लिए ।