भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
से जोतल कोरल खेतमे भगिना / मैथिली लोकगीत
Kavita Kosh से
मैथिली लोकगीत ♦ रचनाकार: अज्ञात
से जोतल कोरल खेतमे भगिना
हमरा बैसा देलकै हौ
हमौ भगिना
आरो आँखिके आन्हर हमरा केलकै
छोपहा तऽ चौड़ी मे-2