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सैंताळीस / प्रमोद कुमार शर्मा

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चाल सुआ!
सबद मांय जपां
-तपां
कीं सूरज साथै तावड़ै मांय
हेलो पाड़ां राम नैं
चालां खेतां मांय
जंग ना लागज्यै कठैई
-फावड़ै मांय!
हरामखोर बगत मांय
-कीं तो खपां!
सबद मांय जपां।