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स्कूल बस / पंछी जालौनवी
Kavita Kosh से
किताबें
शोर मचा रही हैं
स्कूल बैग से
आवाज़ेँ आ रही हैं
कम्पास बॉक्स में
पेंसिल, इरेज़र, शार्पनर
बोर हो रहे हैं
ना जाने कब
हॉर्न बजायेगी
ना जाने कब
स्कूल बस आयेगी॥