हत्यारे तुम्हें बुला रहे हैं / अमिताभ बच्चन
हत्यारे तुम्हें बुला रहे हैं
अपने मंच पर
हत्या के ख़िलाफ़ बोलने के लिए
मत जाओ वहाँ तुम
मत बेचो उनके हाथ अपनी उदारता
तुम उनकी परीक्षा लो
अपने ओसारे पर
या सुबह-सुबह पार्क में निकल जाओ घूमने
जहाँ तुम्हारे सीने में
दर्जनों गोलियां उतारकर
वे रफ़ूचक्कर हो जाएँ हमेशा
भूमिगत रहने के लिए
लीजिए, अब यही कविता अँग्रेज़ी अनुवाद में पढ़िए
KILLERS ARE INVITING YOU
Amitabh / Translated from Hindi by TB
Killers are inviting you
To their platform
To speak against the killings
Please don’t go there
Please don’t sell to them your liberalism
You should interrogate them
On your own porch
Or, early in the morning go out for a walk in the park
Where they can shoot dozens of bullets
On your chest
And escape
To their underground shelters forever