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हम सूरीनामी, सूरीनाम हमारा / अमर सिंह रमण
Kavita Kosh से
हम सूरीनामी, सूरीनाम हमारा,
हम इसके यह प्यारा देश हमारा।
इस मिट्टी में बड़े हुए हैं,
घुटनों के बल खड़े हुए हैं।
जब न हमें था कुछ भी आता,
जुड़ा तभी से इस से नाता।
पथिक कहीं से जो भी आता,
आश्रय प्रेम इस से पाता।
सबसे सुन्दर दुनिया भर में,
प्यारा, प्यारा देश हमारा।
सभी देशों से न्यारा है,
बोलो सूरीनाम हमारा।
हम सूरीनामी, सूरीनाम हमारा,
हम इसके यह प्यारा देश हमारा।