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हमर आँखि / गंग नहौन / निशाकर
Kavita Kosh से
हम आँखि
उकेरैत अछि चित्र
मधुबनी पेन्टिंग जकाँ।
हमर आँखि
देखैत अछि
फुलाएल फूलकें
ओकर सौन्दर्यक परिवेशकें।
हमर आँखि
नचैत अछि
देखि कऽ बरखाक दृश्य
सोहाओन सन!
हमर आँखिसँ
खसैत अछि नोर
देखि कऽ नरसंहारक खेल
आ सामूहिक बलात्कारक करुण दृश्य।