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हमरो पिया छै बेईमान सुनगे ननदी / खुशीलाल मंजर
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हमरो पिया छै बेईमान सुनगे ननदी
बड़ी अरमानऽ सें हुनका पूजलियै
हृदय मंदीरऽ केरऽ देवता बनैलियै
तहियो नै घामै मोर भगवान सुनगे ननदी
हमरऽ पिया छै बेईमान सुनगे ननदी
नै जानौं भागऽ में की लिखलेॅ विधाता
फुटलै करम जे हमरऽ टूटी गेलै नाता
दरदऽ सें भरलऽ मोर संसार सुनगे ननदी
हमरऽ पिया छै बेईमान सुनगे ननदी
काटै लेॅ दौड़ै जेनां चानऽ के इंजोरिया
मरी मरी जियौ हम्में रातऽ के अन्हरिया
दिनकऽ कहानी मोर सुनसान सुनगे ननदी
हमरो पिया छै बेईमान सुनगे ननदी
जिनगी उधार जेनां मौतऽ के समान गे
दुविधा में फसलऽ खुशी करै छै बिचार गे
कस्टऽ में बीतै मोर परान सुनगे ननदी
हमरो पिया छै बेईमान, सुनगे ननदी