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हाइकु-1 / रमा द्विवेदी
Kavita Kosh से
1-
कैसी बेढंग
ज़िन्दगी की कहानी
मृत्यु रंगीन ।
2-
जीवन दुखी
मनाते हैं जश्न
मृत्यु पर्यन्त ।
3-
कुंडली मिली
शहनाई की गूंज
करम जली ।
4-
उघड़ा तन
आधुनिक फ़ैशन
यश की सीढ़ी ।
5-
बेढ़ंगी बात
बेवजह की हंसी
अजीब बात ।