आज मिनख
न आंख न ई आन
न है जुबान
काळी कोटड़ी
जळतो नान्हो दियो
आज है साच
अे सोन थाळ
बरसै अठै मोती
ओळा रै रूप
आज मिनख
न आंख न ई आन
न है जुबान
काळी कोटड़ी
जळतो नान्हो दियो
आज है साच
अे सोन थाळ
बरसै अठै मोती
ओळा रै रूप