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हाइकु 60 / लक्ष्मीनारायण रंगा

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काग उडावै
न कुरजां लडावै
है मोबाईल


बापां री आस
बेटा! दीजै अगनी
म्हारी चिता नैं


डावो पासो है
घणो ई महताऊ
मोल समझो