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होतै कहिया / सुधीर कुमार 'प्रोग्रामर'
Kavita Kosh से
नीन उचटी गेलै भियान होतै कहिया
रोटी पे हमरा तियोन होतै कहिया।
खिस्से मॅ हिस्सा हजोम करी गेल्हॅे
माफ हमरो कर्जा-वियान होतै कहिया।
साढ़ु मॅ सटपट, सहोदर लॅ छटपट
हमरा पॅ तोरो धियान होतै कहिया।
थैली मॅ नीयम अटैची मॅ कानून
समझै के हुनका गियान होतै कहिया।
राईफल के बीचाॅे मॅ झंडा तिरंगा
आढ़सठ तॅ बीतलै निदान होतै कहिया।
तोरोॅ घर के बूतरू तॅ बापोॅ के बाबा
हमरो घर के दादा सियान होतै कहिया।