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अमरकांत कुमर
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अमरकांत कुमर

| जन्म | |
|---|---|
| जन्म स्थान | दरभंगा, बिहार |
| कुछ प्रमुख कृतियाँ | |
| समय के साये (गजल संग्रह), गाबंजारा (गीत-संग्रह), भोर पाखी (गीत संग्रह), | |
| विविध | |
| 'गोपाल सिंह नेपाली सम्मान' 2019 राष्ट्रकवि रामधारी सिंह दिनकर द्वारा स्थापित मंच 'ज्योत्स्ना- मंडल',जयनगर, बिहार द्वारा।, 'मिथिला रत्न' अंतरराष्ट्रीय मैथिली सम्मेलन 2020 आयोजित वृन्दावन (उ. प्र.), 'मिथिला विभूति सम्मान' मिथिला विभूति-पर्व समारोह, विद्यापति सेवा संस्थान, दरभंगा, बिहार द्वारा, 'प्रेमचंद सम्मान' प्रेमचंद जयंती समारोह समिति, दरभंगा द्वारा 2019 में | |
| जीवन परिचय | |
| अमरकांत कुमर / परिचय | |
कुछ प्रतिनिधि रचनाएँ
- मन महकने लगा / अमरकांत कुमर
- कहाँ गई सावन में / अमरकांत कुमर
- ज़मीं पे तारे / अमरकांत कुमर
- बगुले-सा धवल पंख / अमरकांत कुमर
- है बसन्ती शाम / अमरकांत कुमर
- गा बंजारा / अमरकांत कुमर
- ओ! बसन्त के अग्रदूत / अमरकांत कुमर
- फूलों से लकदक / अमरकांत कुमर
- छेड़ो न मन के तार को / अमरकांत कुमर
- सरस्वती-वन्दना / अमरकांत कुमर
- नदी तट पर हम आया करते थे / अमरकांत कुमर
- रोज आती याद / अमरकांत कुमर
- आ भी जाओ / अमरकांत कुमर
- क्यों बुलाते हो / अमरकांत कुमर
- मैं तुम्हारे गंध-वन में / अमरकांत कुमर
- ये तुम्हारे अधर / अमरकांत कुमर
- आवारा मन छाँव तलाश रहा / अमरकांत कुमर
- हम तेरी याद में / अमरकांत कुमर
- अरे कान्हा! / अमरकांत कुमर
- हवा जरा धीरे बहना रे / अमरकांत कुमर

