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'तन्हा' तेरी बच्चों की सी ख़सलत न गई / रमेश तन्हा

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'तन्हा' तेरी बच्चों की सी ख़सलत न गई
औरों को बुरा कहने की आदत न गई
माना कि नहीं दिल पे किसी का काबू
क्या दिल है अगर दिल से कदूरत न गई।