भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
अँग्रेज़ी का गीत / पवन करण
Kavita Kosh से
जा अँग्रेज़ी ने जा अँग्रेज़ी ने
हमें नौकर कर दओ जा अँग्रेज़ी ने
विन्हें मालिक कर दओ जा अँग्रेज़ी ने
हम भी लूटवो खाबो चाहें
पर अँग्रेज़ी आती नाएँ
हमें घाटो कर दओ जा अँग्रेज़ी ने
विनको घर भर दओ जो अँग्रेज़ी ने
जा अँग्रेज़ी ने जा अँग्रेज़ी ने
वे सब जब अँग्रेज़ी बोलें
हम अपनो मों कैसे खोलें
हमें नीचे धर दओ जा अँग्रेज़ी ने
विन्हें ऊपर कर दओ जा अँग्रेज़ी ने
जा अँग्रेज़ी ने जा अँग्रेज़ी ने
हिन्दी हिन्दी हम टर्राएँ
बच्चन ने अँग्रेज़ी पढ़ाएँ
हमें नंगों कर दओ जा अँग्रेज़ी ने
विन्हें चंगो कर दओ जा अँग्रेज़ी ने
जा अँग्रेज़ी ने जा अँग्रेज़ी ने