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अंगिका हायकु / प्रदीप प्रभात
Kavita Kosh से
1.
मंदराचल
धरती अनुपम
मधुसूदन।
2.
पुराण-प्राण
मंदार के महिमा
मन-भावन।
3.
मधुसूदन
मंदार रोॅ कहानी
विष अमृत।
4.
सृष्टि रोॅ धुरी
मंदार रोॅ संस्कृति-
छै कलाकृति।
5.
क्षीर-सागर
गोड़ दबाबै मैय्या-
विष्णु रोॅ शैय्या।