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अंग्रेज जमाना नेरु, गरीब को तबाई, झम / गढ़वाली

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   ♦   रचनाकार: अज्ञात

अंग्रेज जमाना नेरु, गरीब को तबाई, झम।
अंग्रेजी जमाना नेरु, बेंट थई बेगार झम॥
अंग्रेजी जमाना नेरु, अमीरु की शान, झम।
गरीबू की कमई नेरु, अमीरुन चाटी, झम॥
जनता का मुख नेरु, कनो लगयो ताला, झम।
दस का प्राण देदी नेरु, कांगरेसी टोली, झम॥
सुमन, नगेन्द्र मोलू नेरु, गढ़वाल का वीर, झम।
भारत का गरीब नेरु, तेरा ही सास, झम॥

शब्दार्थ
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