अंतरिक्ष में विस्फोट / पंखुरी सिन्हा
अंतरिक्ष में विस्फोट,
इतना भयानक,
कि टुकड़े तक नहीं मिले,
या सिर्फ़ टुकड़े मिले,
अंतरिक्ष-यान के,
और लोग नहीं,
टुकड़े मिले,
बहुत सूक्ष्म,
किन्हीं अजीब नामों की सड़कों पर,
बहुत बड़ी सड़कों पर,
बहुत मशहूर सड़कों पर,
उन सड़कों पर,
जो जाती हों, बड़े दफ़्तरों में,
बड़ी मेजों की बड़ी फाइलों तक,
और आपको लगे कि ये हादसा,
हादसा नहीं था,
हत्या थी,
और आप दर्ज़ न करवा पाएँ,
क्राइम-फ़ाइल में कोई रिपोर्ट,
कोई सबूत न हो आपके पास,
कि वो हत्या थी,
और उड़ते रहें, अंतरिक्ष-यान,
और होता रहे अनुसन्धान,
और नए ग्रहों पर पाए जाएँ,
जीवन के प्रमाण,
और उड़ते रहें,
विमान,
सिर्फ आपको पता हो,
कि किन्ही ख़ास विमानों पर,
नज़र है,
ये ठीक-ठीक पता नहीं,
कि किसकी ?
इनमें से कुछ विमान,
जिनमें कलाकारों, खिलाडियों का,
आना जाना है,
गीत गाने वालों का,
बोलने वालों का,
या उनका जो सिर्फ़ लिखते हैं,
लिखना जिनका पेशा है,
लिखने की नौकरी है जिनकी,
क़लम चलाने का काम करते हैं जो,
और जो निकाले जाते हैं,
मालिकों के दफ़्तरों से अक्सर,
या होते ही हैं, बिना दफ़्तर,
और बेदफ़्तर होते हुए भी,
जिन्हें निकाला जाता है,
बड़े कारोबारों से,
और फिर भी जिनका व्यवसाय होता है लिखना,
जो जुटा लेते हैं,
दावत और स्याही,
और दो जून की रोटी ।