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अंधेरा / राजेश अरोड़ा
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सूरज फिर निकला
रोशन हुई
घर की बाहरी दीवारे
रोक ली सब रोशनी
खिड़की पर पड़े पर्दो ने
अंदर तो अँधेरा ही रहा।