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अकाल-2 / सुधीर सक्सेना
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जलपक्षी बेचैन हैं
बेतरह बेचैन ।
तलाश में भटकते।
बोझिल थके डैने ।
बोझिल शरीर ।
बोझिल किरकिराती आँखें ।
जलपक्षी लगातार उड रहे हैं
गंदे उदास और बेचैन ।
वे महीनों से नहीं नहाये
उनकी चोंच महीनों से नहीं धुली ।
जलपक्षियों ने
महीनों से मछलियाँ नहीं देखीं ।
मछलियों के तमाम घर
सूखे और वीरान पड़े हैं ।