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अकाळ है / मधु आचार्य 'आशावादी'
Kavita Kosh से
मिनखां मांय
मिनखापणै रो
रिस्तां मांय
भरोसै रो
सबदां मांय
संवेदना रो
राज मांय
राम रो
नेता मांय
काम रो
साची कैवूं—
अकाळ है।