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अकेलापन नहीं होता / निकिफ़ोरॉस व्रेताकॉस / अनिल जनविजय

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अकेलापन नहीं होता
जब एक पुरुष कुछ खोद रहा होता है
सीटी बजा रहा होता है
या अपने हाथ धो रहा होता है ।

अकेलापन नहीं होता
जब एक पेड़ पर हिलती हैं पत्तियाँ,
जब एक अनाम मधुमक्खी
अपना फूल ढूँढ़ कर उसपर बैठ जाती है,
जब एक छोटी-सी नदिया में
दिखाई देती है सितारों की झलक ।

जब एक नन्हा शिशु
अपनी माँ का स्तन अपने होंठों में दाबे
परमसुखी
नींद में डूबा होता है,

अकेलापन नहीं होता ।

रूसी भाषा से अनुवाद : अनिल जनविजय