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अकेले / रोज़ा आउसलेण्डर
Kavita Kosh से
रहती हूँ मैं अकेले
गानों के साथ
मेरे प्रश्न
होंगे नहीं ख़त्म
आकाश ज़बाव देता है
नहीं
हाँ I
नहीं पता मुझे
कहाँ प्रारम्भ होता है अन्त
और कहाँ अन्त होता है प्रारम्भ का II
मूल जर्मन भाषा से प्रतिभा उपाध्याय द्वारा अनूदित