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अगर परी मुझको मिल जाए / प्रकाश मनु
Kavita Kosh से
अगर परी मुझको मिल जाए,
उससे ढेरों बातें कर लूँ।
मेरे संग वह घूमे-घामे
मेरे संग-संग ही घर आए,
मम्मी के हाथों की बढ़िया
खाकर खीर जरा मुसकाए।
उसके आने से धरती पर
मीठी रुनझुन सी छा जाए,
मेरे संग वह नाचे जी भर
मेरे संग वह गाना गाए।
अगर परी मुझको मिल जाए
कह दूँ दुनिया मुझे घुमा दो,
हाथ हाथ में लेकर मुझको
आसमान की सैर करा दो।
फूल खिलें सारी धरती पर
खुशबू वाला गीत सुना दो।
मेरे ही संग-संग वह घूमे
फिर वंशी की तान सुनाए,
अगर परी मुझको मिल जाए!