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अग्नि के गर्भ में पला होगा / शिव ओम अम्बर

अग्नि के गर्भ में पला होगा,
शब्द जो श्लोक में ढला होगा।

दृग मिले कालिदास के उसको,
अश्रु उसका शकुन्तला होगा।

है सियासत विराट-नगरी-सी,
पार्थ इसमें बृहन्नला होगा।

दर्प ही दर्प हो गया है वो,
दर्पनों ने उसे छला होगा।

भाल कर्पूरगौर हो बेशक,
गीत का कंठ साँवला होगा।