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अच्छाइयाँ बची ही रहेंगी ज़हान में / कैलाश झा 'किंकर'

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अच्छाइयाँ बची ही रहेंगी ज़हान में
होगा बुरा किसी का न हिन्दोस्तान में॥

जो बात है यहाँ पर कहीं भी नहीं वह बात
हम भारतीय हैं तो रहेंगे गुमान में।

हर ओर राम ही हैं खड़े देख लीजिए
हर वक़्त कृष्ण राह दिखाते निदान में।

कश्मीर भारती के हिमालय का ताज है
झंडा फहर रहा है जहाँ आसमान में।

सबको समझना बंधु सनातन का काम है
पैदा हुए सभी हैं इसी ख़ानदान में।

इस्लाम, सिक्ख और इसाई हो या हिन्दू
मजहब सभी हैं ख़ूब यहाँ इत्मिनान में।