अच्छा कवि / गोविन्द माथुर
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मैंने कहा-
वे एक बहुत अच्छे आदमी है
बहुत मिलनसार ज़िंदादिल
गर्व उनको छू भी नहीं गया है
अपनों से छोटों से भी खुलापन रखते है
समय पर सुख-दुख में भी काम आते है
उसने कहा-
हाँ होंगे
क्या अच्छा आदमी होने से
कोई अच्छा कवि भी हो जाता है
बहुत घटिया कविताएँ लिखते है वे
हम उन्हें कवि नहीं मानते
मैंने कहा-
वे एक बहुत अच्छे कवि है
अध्यन भी खूब है उनका
कभी हिंदी कविता की बात ही नहीं करते
सभी पत्रिकाएँ छापती है उनकी कविताएँ
कई पुरस्कार भी मिल चुके है उन्हें
उसने कहा-
पुरस्कार मिलने से कोई बड़ा कवि नहीं हो जाता
विदेशी साहित्य की चोरी करते है
अच्छा कवि होने के लिए
अच्छा आदमी भी होना चाहिए
बहुत घटिया आदमी है वे
हम उन्हें कवि नहीं मानते
मैंने कहा-
वे एक बहुत प्रतिष्ठित कवि है
मानवीय गुण भी कूट-कूट कर भरे है उनमे
अपनी माटी की महक है उनकी कविताओं में
लखटकिया पुरस्कार भी मिल चुका है
नामवर आलोचक भी प्रशंसा करते है उनकी
उसने कहा-
सब जोड़ तोड़ और सम्बन्धों के सहारे किया है
बड़े शातिर और हिसाबी आदमी है वे
पूरा एक गुट है उनका
जो एक-दूसरे की प्रशंसा करता रहता है
हम उन्हें कवि नहीं मानते
वे हमारे गुट में नहीं है